शार्क टैंक इंडिया के जज और Individuals Group के संस्थापक अनुपम मित्तल ने हाल ही में IPL 2025 को लेकर एक दिलचस्प टिप्पणी की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा,
“हर चीज़ या तो वाइड, नो-बॉल, चौका या छक्का है। IPL को गेंदबाजों की जगह बस बॉलिंग मशीनें लगा देनी चाहिए।”
मित्तल का यह बयान IPL 2025 में बल्लेबाज़ों के हावी होने और गेंदबाजों के संघर्ष को दर्शाता है। इस सीज़न में कई हाई-स्कोरिंग मुकाबले देखने को मिले हैं, जिससे कई क्रिकेट प्रेमी भी इस बदलाव को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
IPL 2025: हाई स्कोरिंग मुकाबलों का सीजन
IPL 2025 का यह 18वां संस्करण है, जो 22 मार्च से शुरू हुआ और 25 मई को खत्म होगा। सीज़न की शुरुआत कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हुई, जहां डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ पहला मुकाबला खेला। कुल 74 मैचों वाले इस टूर्नामेंट में भारत के विभिन्न शहरों में रोमांचक मुकाबले हो रहे हैं।
हाल के कुछ मुकाबलों में टीमों ने 200 से 250 रन तक के स्कोर बनाए हैं, जिससे खेल का संतुलन बल्लेबाजों की तरफ झुकता दिख रहा है। यही वजह है कि मित्तल और कई क्रिकेट प्रशंसकों को यह “बोलर्स बनाम बैटर्स” की जगह सिर्फ “बैटर-शो” लगने लगा है।
यूज़र्स ने कैसे किया अनुपम मित्तल के ट्वीट पर रिएक्ट?
मित्तल के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर मज़ेदार और गंभीर दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
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एक यूज़र ने लिखा, “सही कहा! अब यह खेल पूरी तरह से बल्लेबाज़ों के पक्ष में है। ऐसा लगता है जैसे किसी का वीडियो गेम देख रहे हों।”
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दूसरे यूज़र ने मज़ाकिया अंदाज़ में लिखा, “बहुत अच्छा आइडिया! इससे कम से कम गेंदबाजों की मानसिक सेहत तो सही रहेगी।”
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एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, “इतने हाई-स्कोरिंग मैच देखकर अब बोरियत होने लगी है। IPL को समझ में क्यों नहीं आता?”
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वहीं, एक यूज़र ने मित्तल पर चुटकी लेते हुए लिखा, “आप शादियां करवाते-करवाते कब से क्रिकेट एक्सपर्ट बन गए?”
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किसी ने IPL में खिलाड़ियों की सैलरी को लेकर लिखा, “2025 में सबसे ज्यादा पैसे पाने वाले खिलाड़ी देखो, आधे से ज्यादा गेंदबाज ही हैं या ऑलराउंडर।”
अनुपम मित्तल का UPI को लेकर बयान भी सुर्खियों में
अनुपम मित्तल हाल ही में सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम UPI को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। उन्होंने Visa और Mastercard जैसी कंपनियों को चुनौती देने की बात कही थी। उनका मानना है कि UPI ने भारत में “बिना किसी अतिरिक्त लागत के ग्लोबल लेवल पर लेन-देन की सुविधा” दी है और अब समय आ गया है कि यह सिस्टम बड़ी विदेशी पेमेंट कंपनियों को टक्कर दे।
क्या IPL को गेंदबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल बनाया जाएगा?
अनुपम मित्तल जैसे क्रिकेट फैंस का मानना है कि IPL 2025 में गेंदबाजों को मदद देने वाले नियमों में बदलाव होना चाहिए, ताकि खेल का संतुलन बना रहे। हालांकि, इस पर अब तक BCCI या IPL अधिकारियों की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन एक बात तो साफ है – IPL के बढ़ते स्कोर और तेज़ी से बदलते खेल के नियमों को लेकर चर्चा और बहस लगातार जारी रहेगी।
आपकी राय क्या है?
क्या आपको भी लगता है कि IPL में गेंदबाजों को कुछ राहत दी जानी चाहिए? या फिर हाई-स्कोरिंग मैच ही असली रोमांच देते हैं? हमें कमेंट में बताएं! 🚀